समयानुसार व्यायाम अवश्य करें
व्यायाम करने से आती है तनाव में कमी और बीमारियाँ जल्द हावी नहीं होतीं
व्यायाम करते रहने सेतनाव कम होता है, एनर्जी बढ़ती है, दिमाग तेजी से काम करता है और संक्रामक बीमारियों का ख़्ातरा कम होजाता है। मेडिकल और हेल्थ जर्नल्स में प्रकाशित रिसर्च लगातार इस बात का समर्थन कर रही है कि अगर आप मैराथन जैसी किसी चीज के लिए ट्रेनिंग नहीं ले रहे हैं, तो दिन भर की छोटी-छोटी एक्सरसाइज भी लगातार वर्कआउट का तरह फायदेमंद होती है।
काम के दौरान बॉडी मूव कैसे करें?
जब तक कॉफी बन रही है, लंच गर्म हो रहा है या पानी उबल रहा है, तो इस दौरान प्रतीक्षा करने से अच्छा है इधर-उधर हिलते-डुलते रहना। आपका काम पूरा होने तक इन मूवमेंट्स को कम से कम 10 बार करें।
किचन काउंटर पुश-
किचन काउंटर की तरफ चेहरा कर खड़े होजाएं और अपने हाथों को कोनों पर रखें। हाथों को कंधों की चौड़ाई से थोड़ा ज़्यादा बाहर रखें। हाथों को सीधा रखें और पंजों को पीछे करें, ताकि आप एक प्लांक की तरह बन जाएं। एडिय़ों को उठाएं, एब्डोमिनल मसल्स को व्यस्त रखें और कमर को सीधा रखें। सांस अंदर खींचें और कोहनियों को झुकाएं, ताकि आपका सीना काउंटर पर नीचे आ जाए। श्वास छोड़ें और वापस जाएं।
पंजों को सामने की तरफ करें और कंधों की चौड़ाई के बराबर फैला कर खड़े होजाएं। एक स्टेप दाहिनी ओर बढ़ाएं, ताकि आपके हिप्स प्रेस हों। इस दौरान बाएं पैर को सीधा रखें और दोनों पंजों को जमीन पर रखें। जहां से शुरुआत की थी वहां वापस आएं और बाएं ओर दोहराएं।
स्टैंडिंग बायसिकिल क्रंचेज:
पंजों को थोड़ा फैलाकर सीधे खड़े हो जाएं। अपने हाथों को सर के पीछे लॉक कर लें और कोहनियों को फैला दें। अपने दाहिने घुटने को इतना ऊपर उठाएं ताकि साथ में टोरो को भी दाएं ओर मोड़ सकें। दाहिनी कोहनी को उठाए हुए घुटने के पास लाएं। साइड बदलते रहें।
डिश वॉशिंग लिफ्ट्स:
अपनी एडिय़ों को उठाएं और अपने पंजे के अगले हिस्से के बल पर जितना ऊंचा उठ सकें उठें। ऊपर ग्लूट मसल्स को दबाएं और एडिय़ों को नीचे करें।
द प्रेयर:
पंजों को जमीन पर सीधा कर सीधे बैठ जाएं। हाथों को प्रार्थना करने के पोज में सीने के सामने लाएं। हाथों को 30 से 60 सेकंड के लिए दबाएं और छोड़ दें।
इस तरह चाहे खड़े हों, बैठे हों, किसी के साथ बातचीत कर रहे हों, खाना बना रहे हों अथवा कोई अन्य कार्य, अपने शरीर, हाथ-पैर को कुछ न कुछ, इधर-उधर अवश्य हिलाते-डुलाते रहें। इससे सामान्य व्यायाम होजाता है और मन भी स्वस्थ रहता है और यदि आपके पास एक घण्टे का भी अतिरिक्त समय है, तो स्वस्थ रहने के लिए आप अष्टांग योग की प्रथम विधा योगासन कुछ न कुछ अवश्य करें।
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