तिब्बती श्वास विज्ञान, माँ-ॐ उच्चारण साधना एवं योगासन
1a. तिब्बती श्वास विज्ञान (Tibetan breathing science) तिब्बती श्वास विज्ञान प्राचीन श्वास तकनीकों का एक सरल और आधुनिक रूप है, जो शरीर, मन और आत्मा को स्वस्थ रखने पर केंद्रित है। यह तकनीक गहरी सांस लेने की प्रक्रिया के जरिए फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाती है। वैसे तो मानव फेफड़ो की क्षमता 4-6 लीटर ऑक्सीजन प्रति सांस तक होती है परंतु आमतौर पर मानव प्रति सांस लगभग 500 मिलीलीटर ऑक्सीजन ही ले पाता है। यह तिब्बती श्वास तकनीक शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को प्रति सांस 4-6 लीटर तक ले जाने में सहयोग करती है। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है, बल्कि मानसिक शांति और आध्यात्मिक विकास में भी योगदान देती है। इस तकनीक के माध्यम हम अपने शरीर का ऑक्सीजन लेवल बढ़ाकर शरीर के अनेक रोगों को दूर करेंगे।
1b. माँ–ॐ उच्चारण साधना (Maa-Om pronunciation practice)
माँ–ॐ उच्चारण साधना एक शक्तिशाली बीजमंत्र अभ्यास है, जो
वैदिक परंपराओं से प्रेरित परमहंस योगीराज सदगुरुदेव श्री शक्तिपुत्र जी महाराज
द्वारा प्रदत्त साधना है। "माँ" मातृ शक्ति और करुणा का प्रतीक है, जबकि "ॐ" ब्रह्मांडीय ध्वनि और आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है।
इस उच्चारण से मन शांत होता है, और ध्यान की गहराई बढ़ती है।
यह अभ्यास ऊर्जा चक्रों को संतुलित करता है, शरीर को डिटॉक्स
करने, ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने और समग्र स्वास्थ्य को सुधारने
में मदद करता है। यह तकनीक फेफड़ों को मजबूत करती है और शरीर की हर कोशिका तक
ऑक्सीजन पहुंचाने में सहायक होती है। नियमित अभ्यास से मानसिक स्पष्टता और
आध्यात्मिक जागृति प्राप्त होती है।
1c. योगासन (Yogasana) योगासन प्राचीन भारतीय विज्ञान का अभिन्न अंग हैं, जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को संतुलित करते हैं। ये आसन न केवल शरीर का लचीलापन और शक्ति बढ़ाते हैं, बल्कि आंतरिक अंगों को सक्रिय कर टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। योगासन फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाते हैं, जिससे ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है। ये रक्त संचार को सुधारते हैं, जिससे हृदय स्वास्थ्य और ऊर्जा स्तर में वृद्धि होती है। नियमित अभ्यास तनाव को कम करता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
डॉ
बृजपाल सिंह चौहान (नेचुरोपैथी)
Contacts
– 9893885656
Blogspot;
https://bschauhan09.blogspot.com
Facebook;
https://www.facebook.com/bschauhan09
No comments